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ये है खालिस्तान का मानचित्र (नक्शा), जिसमें ऐसे भारतीय भू-भाग शामिल किए गए हैं, जहाँ न तो सिख आबादी निवास करती है, न ही कभी सिखों द्वारा शासन किया गया है। इसी के विपरीत, इस मानचित्र से गुरु नानक देव जी के जन्मस्थल नांदेड़, जो कि सिखों के धर्म के सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है, को बाहर रखा गया है। यह खालिस्तानी मानचित्र भारतीय एकता और अखंडता को खतरे में डाल सकता है। इसे लेकर सरकारी स्तर पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि देश की सुरक्षा और एकता को किसी भी प्रकार के खतरे से बचाया जा सके।