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इतिहास के कुछ तथाकथित आलोचक महाभारत और रामायण जैसी महाकाव्य कथाओं को मिथक मानते हैं, जबकि सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के पूर्व निदेशक बी.बी. लाल ने न केवल महाभारत को पढ़ा, बल्कि इसके ऐतिहासिक प्रमाण भी ढूंढे। महाभारत में वर्णित एक श्लोक से प्रेरित होकर, उन्होंने यमुना नदी के मार्ग बदलने की बात पर शोध किया और खुदाई में पाया कि महाभारत काल में पांडवों ने सचमुच बाढ़ के कारण यमुना नदी के मार्ग बदलने पर अपनी राजधानी बदल ली थी। इससे स्पष्ट होता है कि महाभारत जैसे ग्रंथ केवल धार्मिक कथाएं नहीं हैं, बल्कि उनके पीछे ऐतिहासिक साक्ष्य भी मौजूद हैं। गँवार वही हैं जो बिना अध्ययन के इन ग्रंथों को मिथक बताते हैं। यदि महाभारत न पढ़ सकें, तो कम से कम बी.बी. लाल जैसे विद्वानों के कार्यों को समझें। यह जानकारी कई सदियों पहले की घटनाओं की पुष्टि करती है, जिसे नजरअंदाज करना गलत होगा।